The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
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सां सीं सूं सप्तशती देव्या मंत्रसिद्धिंकुरुष्व मे।।
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
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ओं अस्य श्री कुञ्जिका स्तोत्रमन्त्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ओं ऐं बीजं, ओं ह्रीं शक्तिः, ओं क्लीं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे check here विनियोगः ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री मनसा देवी स्तोत्रम् (महेंद्र कृतम्)
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड
This can be prayer of the Kunjika and that is The main reason for awakening. Oh Parvathi, continue to keep this safeguarded and held secret from those people who are not devotees.
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।। । इतिश्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वती संवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।